नाभि टलने का घरेलू इलाज।
रविगिरी बाबा का सच।
हालांकि डॉक्टर लोग नाभि टलने को बिलकुल भी नहीं मानते क्योंकि यह कोई अवयव नहीं होता।
नाभि यानि धरण एक नाड़ी होती है।जो हमारी नाभि के ठीक नीचे से निकलती है।
अचानक हमारा पैर किसी खड्डे मे गिरने से या किसी झटके से यह नाड़ी टेढी हो जाती है। यह दायें, बायें या पीछे रीढ की हड्डी की तरफ खिसक जाती है।
नाभि के खिसकने से कई बीमारियां हो जाती है जैसे भूख ना लगना, पेट में दर्द रहना, गैस बनना, कब्ज रहना या मरोड़ के साथ दस्त होना और पैरों में दर्द रहना।
इसका घरेलू इलाज मात्र दो रूपये मे हो जाता है।
इसके लिए हमें एक नीबू और चुटकी भर सुहागा का फूला लेना है। पूरा विस्तार पुर्वक इस वीडियो में बताया गया है।
जिस किसी भाई को नाभि टलने की शिकायत है वह एक बार इस टोटके को जरूर आजमांऐ।
बीसों साल पुरानी टली हुई नाभि भी इस उपाय से ठीक हो जाएगी।
एक बार जरूर आजमांऐ।